लम्हा लम्हा जी लूँ तुझको
तिनका तिनका पा लूँ तुझको
साँसों में अपनी भर लूँ तुझको
क़तरा क़तरा महसूस करूँ
दिल में है उठा केसा तूफ़ान
बाँहों में भर तुझे प्यार करूँ
अरमानों का ये कैसा समंदर
पल भर तो रुको आँखों में भरलूँ
लम्हा लम्हा जी लूँ तुझको
तिनका तिनका पा लूँ तुझको
साँसों में अपनी भर लूँ तुझको
क़तरा क़तरा महसूस करूँ
चाहत पे मेरी ऐतबार करो
हर लम्हा मुझे तुम प्यार करो
सांसें हैं रुकी नजरे हैं झुकी
कुछ तो तुम भी इजहार करो
पल पल तुमको मांगू रब से
पल पल तेरी फ़रियाद करूँ
लम्हा लम्हा जी लूँ तुझको
तिनका तिनका पा लूँ तुझको
साँसों में अपनी भर लूँ तुझको
क़तरा क़तरा महसूस करूँ
रूह में तेरी उतरना चाहूँ
खुद को तुझ पर कुर्बान करूँ
पल भर तो जी लूँ तुझको
हर पल तुझको ही याद करूँ
लम्हा लम्हा जी लूँ तुझको
तिनका तिनका पा लूँ तुझको
साँसों में अपनी भर लूँ तुझको
क़तरा क़तरा महसूस करूँ
[चित्रांशी सारस्वत]

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




