क्या तुझे याद है....
उसके वो नन्हें-नन्हें हाथ जिन्हें पकड़कर
तू उसे उठाया करता था,
वो लोरी जिसे तू उसे सुनाया करता था। क्या तुझे याद है...........✍
क्या तुझे याद है.....
वो लुका छिपी
जिसमें अक्सर उससे तू हार जाया करता था, वो गुलाब का फूल जिसे रोजाना तू उसके लिए चुरा के लाया करता था।
क्या तुझे याद है............✍
क्या तुझे याद है......
उसकी वो मीठी-मीठी बातें
जिनमें तू खो जाया करता था,
वो टूटी फूटी शायरी जो तू उसके लिए लिखा करता था।
क्या तुझे याद है.............✍️
क्या तुझे याद है......
वो साथ- साथ स्कूल और कॉलेज जाना
वो टीचर से उसके बदले की डाॅंट खुद खाना क्या तुझे याद है..............✍
क्या तुझे याद है......
वो उसके हाथ की चाय
जिसमें चीनी नहीं नमक होता था और बड़े चाव से तू उसे पीता था,
वो उसकी जुदाई जिसमें तू बहुत रोया था। क्या तुझे याद है..............✍
क्या तुझे याद है......
बड़ी प्यारी थी तुम्हारी वो यादें
जिन्हें हम आज भी याद करते हैं,
वो तो भूल गई तुझे पर क्या वो तुझे याद है, क्या तुझे याद है...............✍
"रीना कुमारी प्रजापत"