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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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कविता की खुँटी

                    

क्या तुझे याद है ?

क्या तुझे याद है....
उसके वो नन्हें-नन्हें हाथ जिन्हें पकड़कर
तू उसे उठाया करता था,
वो लोरी जिसे तू उसे सुनाया करता था। क्या तुझे याद है...........✍

क्या तुझे याद है.....
वो लुका छिपी
जिसमें अक्सर उससे तू हार जाया करता था, वो गुलाब का फूल जिसे रोजाना तू उसके लिए चुरा के लाया करता था।
क्या तुझे याद है............✍

क्या तुझे याद है......
उसकी वो मीठी-मीठी बातें
जिनमें तू खो जाया करता था,
वो टूटी फूटी शायरी जो तू उसके लिए लिखा करता था।
क्या तुझे याद है.............✍️

क्या तुझे याद है......
वो साथ- साथ स्कूल और कॉलेज जाना
वो टीचर से उसके बदले की डाॅंट खुद खाना क्या तुझे याद है..............✍

क्या तुझे याद है......
वो उसके हाथ की चाय
जिसमें चीनी नहीं नमक होता था और बड़े चाव से तू उसे पीता था,
वो उसकी जुदाई जिसमें तू बहुत रोया था। क्या तुझे याद है..............✍

क्या तुझे याद है......
बड़ी प्यारी थी तुम्हारी वो यादें
जिन्हें हम आज भी याद करते हैं,
वो तो भूल गई तुझे पर क्या वो तुझे याद है, क्या तुझे याद है...............✍

"रीना कुमारी प्रजापत"




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

राजू वर्मा said

NYC

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut Sundar Mam, bahut pyara likha hai

रीना कुमारी प्रजापत replied

आभार आपका 🙏

Kapil Kumar said

Bahut Sundar Chitrankan

रीना कुमारी प्रजापत replied

आभार आपका

Devendra Yadav said

अब इसके बारे में क्या ही कहें शब्द बाकी नहीं है बहुत खूब आपकी कुछ एक कविताएं पड़ी बहुत अच्छा लिखती हैं आप

रीना कुमारी प्रजापत replied

आपको मेरी कविताएं अच्छी लगी बहुत बहुत आभार आपका 🙏🙏

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