Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

अपने बचचों से वृद्ध जनों की मार्मिक गुहार 'कितनी बार कहूं मैं'

कापीराइट गीत

ये कितनी बार कहूं मैं तुम से
ये काम मेरा अब कर दो तुम
यह, दिल उदास, हो जाता है
जब काम नहीं, करते हो तुम

मैं, बार-बार, जब, कहता हूं
तुम, गुस्से में, आ, जाते हो
मेरे, दिल पर, क्या गुजरी है
ये बात समझ नहीं पाते हो
आते, हैं मन में, ख्याल बुरे
जब बात नहीं सुनते हो तुम
ये दिल उदास --------------

मैं उलझन में पड़ जाता हूं
यह काम कहूं, या ना कहूं
मेरे मन में ही रह जाती है
मैं ये बात कहूं या ना कहूं
क्यूं मेरे मन में, अक्सर ये
कोहराम मचा जाते हो तुम
ये दिल उदास -------------

बचने की करता हूं कोशिश
अब, मैं तेरे, आगे, आने की
ये काश समझ जाते खुद ही
यह, बात नहीं, समझाने की
कैसे समझाऊं ये बात तुम्हें
क्यूं बात समझ न पाते तुम
ये दिल उदास----------------

तुमसे अच्छी तो खामोशी है
जो रिश्तों को संजोए रखती है
हर बात तेरी इन, आंखों को
यूं अश्कों से भिगोए रखती है
हम आहें भरकर रह जाते हैं
यूं जब साथ नहीं देते हो तुम
ये दिल उदास------------------

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Shyam Kumar said

Heart touching... aaj kal ke mata pita ka yahi haal ha. Bache shadi kr lete hain uske bad maa papa bas ek bhoj ha.modern samaj ki yahi halat h aaj kal.

Lekhram Yadav replied

आदरणीय श्याम कुमार जी धन्यवाद सहित नमस्कार । मेरी बात को समझने के लिए आपका प्रयास सराहनीय है, मैं आपका हार्दिक स्वागत करता हूं और आप मेरा प्रणाम स्वीकार कीजिए।

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत खुबसूरत लिखा आपने एक एक लफ्ज़ दिल को छू गया 🙏प्रणाम

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित प्रणाम मेरी प्यारी बहना। आपकी प्रतिक्रिया भी मेरे लिए उतनी ही खूबसूरत और प्रभावशाली है। आपकी प्रतिक्रिया भी मुझे रोज नई उर्जा और प्रेरणा प्रदान करती है। आप मेरा नमन स्वीकार कीजिए।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut Uttam evam marmik rachna Yadav Sir aapne aaj kamaal kar diya.

Lekhram Yadav replied

सर सुप्रभात आपकी प्रेरणा मेरे लिए रचनाओं के नये द्वार खोल रही है। आपको मेरा हार्दिक प्रणाम।

फ़िज़ा said

इसे पढ़कर मेरे आंसू आ गए काश यह सबकी समझ में आ जाए तो दुनिया में से बहुत सा दर्द अपने आप खत्म हो जाएगा अपने मां पापा का दिल कभी नहीं दुखाना चाहिए वरना आपके लिए कहीं भी जगह नहीं है

Lekhram Yadav replied

आदरणीय फिजा जी आपकी प्रतिक्रिया ने मुझे भी भावनात्मक रूप से झकझोर कर रख दिया है। अभी मैं इस दौर से गुजर रहा हूं, आगे क्या होता है फिर किसी दिन गीत या गजल के माध्यम से बता पाऊंगा या नहीं कह नहीं सकता।आपने मुझे और मेरे गीत को समझा और इस पर इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया दी उसके लिए धन्यवाद।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन