रुखसार तेरे होंठों की कभी कम नहीं होगा
तु जहां भी रहे खुश रहे तुझे गम नहीं होगा।
सुंदरता में तेरे गुल्लर का फूल गिरे।
जीवन तुम्हारा सभी चीजों से परिपूर्ण रहे।
तू जब भी रहे जहां भी रहे तुझे खुशियों का ही एहसास मिले।
ऐ दोस्त तू बहुत प्रिय है मुझे और सबके दिल खिल जाए तू जिस जिस से मिले।
मुख्तलिफ नहीं है मेरा दिल तुझसे
तेरी हर सपने की ताबीर है मुझमें
हैं ये नवाजिशें जो तेरी मयस्सर हुईं हैं मुझे।
ये इनायतें तेरी मोहब्बत की बदस्तूर जारी रहे ।
तू नूरे इलाही बन सदा झिलमिलाती रहे।
मैं हंसता रहूं तुझे देखकर
तू मुझे देखकर मुस्कुराती रहे।
दुपट्टे की कोने को अपनी दांतों से काटकर
बस बलखाती इठलाती शर्माती रहे।
हाय ! दिल जलती रहे
मुस्कुराती रहे
तू सदा मुस्कुराती रहे...
दिल जलती रहे
मुस्कुराती रहे..
तू सदा मुस्कुराती रहे...