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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

किस्मत के खेल

किस्मत के खेल
आज आँख भर गई किसी की ज़ुबानी उसकी कहानी सुनकर
क्यों ?ज़िन्दगी थोड़ा भी रहम नहीं करती
बेशक अपने बोए बीज ही फूट रहे होंगे
फिर भी न जाने क्यों?ज़िन्दगी नहीं पिघलती हमारे ज़ख्म देखकर
बच्चे के होते ही उसकी माँ चल बसी
पिता ने माँ का भी फ़र्ज़ निभाया
परिवार संभलने ही लगा था कि
नौकरी ने धोखा दे दिया
बच्चे अपनेआप पलते रहे
पिता हर मुमकिन मेहनत करता रहा
क्योंकि बच्चों को पढ़ाना है ,उनको उनके काबिल बनाना है
पर हर दिन एक नयी चुनौती लेकर आता है
दर्द की एक न एक कहानी तो हर किसी के पास होती ही है
कोई बोल कर ब्यान करता है तो किसी की आँखें बयान कर देती हैं
काश !ज़िन्दगी के पास भी दिल होता
तो शायद राहें थोड़ी आसान हो जातीं …
वन्दना सूद




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Kapil Kumar said

काश !ज़िन्दगी के पास भी दिल होता तो शायद राहें थोड़ी आसान हो जातीं sach kaha bahut hi heart touching likha aapne

वन्दना सूद replied

🙏🙏

फ़िज़ा said

Bahut khoob lazwaab ...sach kaha sach likha ...heart touching

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Well explained mam, bahut sundar likha hamesha ki tarah kash aisa hota ki zindgi ke pas bhi dil hota

वन्दना सूद replied

True well explained kisi ki kahani kisi ki zubani 😊

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Pranam🙏🙏

वन्दना सूद replied

प्रणाम 🙏🙏

कमलकांत घिरी said

वाह क्या गजब लिखा मैम काश !ज़िन्दगी के पास भी दिल होता तो शायद राहें थोड़ी आसान हो जातीं … बहुत उम्दा शानदार👌👌👏👏🙌।।प्रणाम।।🙏

वन्दना सूद replied

शुक्रिया sir🙏😊

Lekhram Yadav said

..... और इन पाठकों के दिल में थोड़ी समझ होती तो इस पर तालियां अवश्य बजती। इस रचना का कोई जबाब नहीं वन्दना जी। सलाम है आपकी रचना को।

वन्दना सूद replied

धन्यवाद sir🙏😊प्रोहत्साहन बढ़ाने वाले आपके शब्द बहुत कीमती हैं पर किसी की कहानी के दर्द को मैंने केवल शब्दों में पिरोया है 🙏

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