लिखन्तु से मिला आप सबको प्रतिष्ठित रचनाकर सम्मान है
आप सभी रचनाकारों का अभिनन्दन अभिवादन अविराम है !
लेखराम यादव जी गीत गज़ल से मन सबका मोह रहे हैं
उपदेश कुमार शाक्यवार जी गजल के उपवन उगा रहे हैं!
धर्म में लीन वन्दना सूद जी प्रकृति की खूब कलमकार हैँ
रीना प्रजापत तो शायरी की पुस्तक की सृजनहार हैं !
वन्दना अग्रवाल जी लेकर आई हैं मधुशाला नई निराली हैँ
सुभाष यादव जी ने गज़ल में गज़ल की नई छटा निकाली है !
कंचन जैन तो यहाँ सचमुच स्वर्णा सी चमकती रहती हैँ
डॉ फ़ौजिया अनोखा लिखतीं निरन्तर सच में नसीम लगती हैँ!
हाइकु में नया कौशल राजेश कुमार हमें तो दिखलाया है
शारदा गुप्ता जी ने कर्ण सहिता में गहन अहसास कराया है!
बहुत सा श्रेय तो रचनाओं का श्रेयसी जी को यहाँ
जाता है
लिखन्तु ऑफिसयल टीम से अभिनन्दन अभिवादन का नाता है!