कविता : निर्वस्त्र - ( 3 )....
जन्म ले कर आदमी
यहां नंगा ही आता है
जब नंगा आया तो फिर कपड़े
क्यों सिला कर लगाता है ?
मेरा दिमाग ये बातें
बिल्कुल समझ नहीं पाता है
हे देवियों सज्जनों कोई
बताओ क्या ये किसी को पता है ?
हे देवियों सज्जनों कोई
बताओ क्या ये किसी को पता है.......?
netra prasad gautam