कविता : कच्ची उमर....
अपना भविष्य
तोड़ ताड़ कर
पढ़ाई लिखाई
छोड़ छाड़ कर
कच्ची उमर में ही
जो प्यार में पड़ेगा
समझो वो पूरी की
पूरी जिंदगी सड़ेगा
समझो वो पूरी की
पूरी जिंदगी सड़ेगा.......
netra prasad gautam