लाख करले कोशिश मनवा जो होना है वो होता हैं
किचड़में खिले कमल पुष्प जो खुशबू कहां देता है
फिर भी प्रभु को वो भाएं....प्यारा प्यारा लगता है
लाख करले कोशिश मनवा जो होना है वो होता हैं
आज मेरा कल तेरा ये सृष्टि का फेरा जादू भरा है
जो उसमें उलझ गया, मानो निकलना मुश्किल है
फिर ना मिले मोक्ष कहीं कितनी भी भक्ति पूजा है
लाख करले कोशिश मनवा जो होना है वो होता हैं
अटल एक सत्य हैं जो जन्म से पहले जन्मे हैं
जाने माने समझें सब फिर भी पाप गठरी बांधे है
अंतर से आवाज़ आएं संभल जा ए ना कर्म तेरा है
लाख करले कोशिश मनवा जो होना है वो होता हैं
छल कपट से ना जियो जैसे अहम जग में जीता है
थोड़ा प्रभु का ध्यान करो तो निर्मल जीवन होता हैं
सीख नहीं उपदेश नहीं शास्त्र की ज्ञान ज्योति है
लाख करले कोशिश मनवा जो होना है वो होता हैं

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




