जब भी तेरा ख्याल आता है
एक नया इंकलाब लाता है ।।
तेरे दीदार की तमन्ना रख के
दिल नया गीत गुनगुनाता है।।
अब मेरे पास है वही दौलत
तेरी यादों का जो लिफाफा है।।
हम जिसे रात दिन हंसाते हैं
वो हमें उम्र भर रुलाता है।।
है यही जिंदगी की सच्चाई
दर्द खुशियां भी साथ लाता है।।
आज महबूब वो मेरा हमदम
मेरा कातिल ही मेरा आका है।।
"दास" वो यार है रकीब नहीं
जो मेरे अश्कों पै मुस्कुराता है।।