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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

एक चूहा दौङ है जिन्दगी

कापीराइट गजल

     एक चूहा दौङ है जिन्दगी

ना जाने ये कौन सी, दौङ है जिन्दगी
पा, न सके जिसे, वो छोर है जिन्दगी

दौडते रहे सदा हम भी चूहों की तरह
ना, जाने कैसी, चूहा दौङ है जिन्दगी

कोई भी, जीत न पाया, इस दौङ को
किस, मंजिल की ये, दौङ है जिन्दगी

निराश और थके हुए, लग रहे हैं सब
किस मुकाम पर यह दौङ है जिन्दगी

इन, मुरझाए चेहरों से, जरा पूछो तुम
मंजिल, का कौन सा, रोङ है जिन्दगी

कोई हंस के चलता है, तो कोई रोकर
ना जाने यह कौन सा, दौर है जिन्दगी

कैसा संघर्ष है यह, मालूम नहीं यादव
गम है खुशी या कुछ, और है जिन्दगी

- लेखराम यादव
(मौलिक रचना)


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह! सर जी नमस्कार 🙏 सच्ची बात, चलते चलते जिंदगी चली जाती है, मंजिल पूरी नहीं हो पाती, सचमुच अजब गजब दौड़ है जिंदगी। खूबसूरत रचना।👌👌👌🌹🙏

Lekhram Yadav replied

समदिल भाई, आपकी टिप्पणी भी कुछ कम नहीं होती, ये भी जिन्दगी को एक नई स्पीड प्रदान करती है, आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं स्वागत, आपको सादर नमस्कार।

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

वाह! वाह! क्या बात है! बहुत ख़ूब! सचमुच एक चूहा दौड़ है ज़िंदगी! ज़िंदगी ख़त्म हो जाती है लेकिन दौड़ ख़त्म नहीं होती, न रास्ते ख़त्म हो पाते हैं न मंज़िल मिलती है! लाजवाब कलाम यादव जी! आदाब! 👌👌👏👏

Lekhram Yadav replied

आदाब अरज है अहमद भाई, आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद।

सुप्रिया साहू said

सच कहा आपने कोई नहीं जीत पाया इस जिंदगी को हमेशा दौड़ते रहता है, कभी कुछ पाने के लिए तो कभी कुछ खोने के लिए दौड़ते ही रहता है रुकता ही नहीं, और जिस दिन रुक जाता है उस दिन जिंदगी ही खत्म हो जाती है, बहुत खूबसूरत रचना सर 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Lekhram Yadav replied

इतनी खूबसूरत टिप्पणी देने के लिए आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं स्वागत सुप्रिया जी, आपको सादर नमस्कार।

श्रेयसी said

सच्चाई ज़ाहिर करती रचना लाज़वाब, सादर प्रणाम लेखराम भैया 🙏🙏

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद, आपको सादर नमस्कार।

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