आप अपने आप को इंसा बनाकर देखिये
जिन्दगी वरदान है सपने सजाकर देखिये I
नफरतों की धुंध में जो हैं आस्थाएं चूर चूर
नेह की धरती में सब रिश्ते उगाकर देखिए।
पत्थरों की पीठ को रस्सियां घिस जाएंगी
काम तो मुश्किल नहीं दम लगाकर देखिए।
दोस्तों को शक्ल में है दुश्मनों की भीड़ दास
वक्त आए तब उन्हीं को आजमाकर देखिए ।
बेबसों को यूं सताना कायरों की है निशानी
है अगर हिम्मत तो इनके गम हटाकर देखिए I

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




