गीत गजल शायरी लीखता हूं
सभी में तुम्हारा नाम लीखता हूं
गुनगुनाता हूं में जबभी गजल
वादियों में तुमको ढूंढता हूं
सुबह सवेरे तुम खिलती हो जब
शबनम बनने को तरसता हूं
बस इक तुम्हारी याद लेकर
इन वादियों में में घूमता हूं
प्यार ही पूजा प्यार ही मंज़िल
और दुवा में क्या कर सकता हूं
अगर तुम जानते हो हाल मेरा
चले आओ बस इंतजार करता हूं
के बी सोपारीवाला