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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

हम क्यूं गायब हो जाते हैं

कापीराइट गजल

पूछा करते हैं लोग यहां हम क्यूं गायब हो जाते हैं
कोई तो बतलाए हमें हम क्यूं उनको याद आते हैं

ऐसा क्या है मुझ में और क्यूं उन को याद आए हम
फिर से ये क्या बात हुई हम क्यूं उन को याद आते हैं

रूठ गई जब मेरी लेखनी मेरे ही गीत और गजलों से
ऐसे में अब कौन भला यूं हम कैसे लिख पाते हैं

अब समय की आंधी ने घेरा है मुझको मेरी यादों को
यूं वक्त की आंधी में फंस कर हम कैसे चल पाते हैं

यादें भी अब साथ नहीं देती हैं इस जालिम तन्हाई में
बिन यादों के इस जीवन में कैसे कोई याद आते हैं

फिर भी कुछ तो ऐसा है जिसको हम भूल नहीं पाए
जब याद तुम्हारी आती है खामोश कहां रह पाते हैं

याद हमें भी तुम आए हो इन यादों की भूल भुलैया में
जब उलझे हैं यादों में यादव तो याद कहां रह पाते हैं

लेखराम यादव
(मौलिक रचना)


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

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आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

वाह! बहुत ख़ूब! क्या बात है!
आप की रचनाओं को लोग भूल नहीं पाते हैं!
कुछ तो बात है जो लोगों को आप याद आते हैं!! आदाब, यादव जी!

Lekhram Yadav replied

आदाब अहमद भाई, आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद।

Shiv Charan Dass said

वाह वाह. ..यादों में यादव. ..लेख में राम नजर आते हैं

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक स्वागत सर जी।

सरिता पाठक said

अति सुन्दर 👌🙏

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक स्वागत एवं धन्यवाद सरिता जी, आपको सादर नमस्कार।

वन्दना सूद said

sir, जो आपकी ग़ज़लों का रसपान कर चुका हो , वो उनसे या उन्हें तराशने वाले से भला दूर कैसे रह सकता है?

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद वन्दना जी, आपको सादर नमस्कार।

सुप्रिया साहू said

बहुत सुन्दर रचना सर 👌👌, जब कोई इतना सुंदर कविता लिखे तो कोई क्यों न याद करे, ऐसे ही लिखते रहिए और सबको याद आते रहिए😊, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं स्वागत सुप्रिया जी, आपको सादर नमस्कार

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