वंदना करूँ मैं तेरी,
हे माँ शारदे,
ज्ञान की देवी, तू मेरी आशा है।
वीणा बजाती,
तुम ज्ञान का वरदान दो,
मेरे मन को ज्ञान से भर दो।
तुम हो विद्या की देवी,
बुद्धि की दाता,
तुम्हारी कृपा से मिलता है ,
ज्ञान का सागर।
मैं तेरी शरण में हूँ,
हे माँ सरस्वती,
मुझे ज्ञान का प्रकाश दे।
वाणी की देवी,
तू हो मेरी प्रेरणा,
तेरी कृपा से,
बनूँ मैं सफल।
ज्ञान का दीप जलाती हो,
तू, अंधकार को दूर भगाती हो।
तुझे नमन करूँ मैं,
बार-बार,
हे ज्ञान की देवी,
माँ शारदे।
तेरी कृपा से ही,
मिलता है सफलता का द्वार।