कविता : नसीब वाला....
तुम ब्लाउज और
साड़ी में हो
भीतर बैठी अपनी ही
गाड़ी में हो
नाखूनों पर
नेल पॉलिश है
अपने जूतों पर
लगा पॉलिश है
कुछ भी नहीं
खाली है
ओंठो पर भी
लाली है
हर एक
बात खास है
अपनी बोली
भी मिठास है
काले और
घनें हैं बाल
ऊपर से हैं
सुन्दर गाल
तुम विशेष
एक धन्न हो
हर चीज से
तुम संपन्न हो
बेशक तुम्हें पाने वाला
गोरा या काला होगा
मगर वो बहुत ही
नसीब वाला होगा
मगर वो बहुत ही
नसीब वाला होगा.......
netra prasad gautam