जीवन का सही संतुलन
डॉ.एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
जीवन में चाहिए, दोनों का ही ज्ञान,
सफलता चाहे धीमी हो या महान।
धीमी से बनता है सच्चा चरित्र,
जो देता जीवन को सुंदर चित्र।
तेज़ सफलता भी बुरी नहीं,
बस अहंकार की हो न जगह कहीं।
जब मिले प्रसिद्धि, रहे विनम्र,
न खोए कभी मानवता का मर्म।
संतुलन ही है जीवन का आधार,
न घमंड हो, न हो लाचार।
अपनी जड़ों को कभी न भूलो तुम,
चाहे जितनी भी ऊपर उठो तुम।
मेहनत और ईमानदारी का साथ,
देगा जीवन में सच्चा हाथ।
ये समझ ले, जीवन की कहानी,
सफलता से बड़ी है अपनी वाणी।
चरित्र की पूंजी, है अनमोल सदा,
यही तो है जीवन का सच्चा खुदा।