आदमी जन्म ले कर आता है
कुछ समय धरती पर रहता
फिर मर कर जाता है
समय पल पल निकलता रहता है
आदमी का आना और जाना चलता रहता है
आदमी हमेशा जीवित रहता नहीं
फिर भी आदमी एक दिन मैं मरूंगा कहता नहीं
आदमी पैदा अकेला हुवा मर कर भी अकेला जाएगा
न संपति न बीबी बच्चे को ले जा पाएगा
आदमी नंगा आया नंगा ही मरता
फिर आदमी घमंड किस बात का करता ?
फिर आदमी घमंड किस बात का करता .......?
----नेत्र प्रसाद गौतम

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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