New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

गर रूलाना है मुझे

कापी राइट रचना

गर रूलाना है मुझे तो दिल खोल कर रूला
जश्न खुशियों का तू दिल खोल कर मना

हम रह जाएंगे तन्हा तो कोई बात नहीं
तू अरमां सभी दिल के खुशियों से सजा

गर अश्कों की बारिश होती है तो होने दे
इस बारिश में मगर तू दिल खोल कर नहा

अगर हो जाए हरा कोई ये जख्म मेरा
ये भर जाएगा यूंही तू ख्वाब दिल में सजा

मैं तो जी लूंगा यूं ही अकेला रह कर
तू याद रखना न कुछ खुशियों के सिवा

ये यादें जो मेरी कहीं तुझे सताने लगे
न याद करना मुझको दीप खुशियों के जला

नहीं तेरी जिन्दगी से अब सरोकार कोई
तू भूल कर यादव जश्न जिन्दगी का मना
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

वाह आपका दिल कितना बड़ा है दरिया से भी बड़ा - अब उनके बस की बात नहीं है आपको दिल खोल कर रुला पाने की सुन्दर ग़ज़ल यादव सर, अध्भुत रचनाओं के पिटारे से एक एक कर बहुत ही अनमोल खज़ाना निकल रहे हैं आप

Lekhram Yadav replied

सर नमस्कार। आपसे प्रशंसा के दो शब्द सुनने के लिए क्या-क्या लिखना पडेगा ये तो मुझे भी मालूम नहीं मगर आपके ये शब्द मुझे उसी प्रकार रास्ता दिखा रहे हैं जैसे समुद्र में जहाज के तूफान में घिरने के बाद एक लाईट हाऊस रास्ता दिखलाता है। अच्छा होता आप सुबह भेजी हुई रचनाओं पर भी थोङा गौर फरमा लेते।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Yadav Sir Intzaar Rahta Hai aapki har Rachna ka..wastav me sach kah raha hun galti se hi kabhi koi rachna padhe Bina rah jaaye warna Anand ko kon chhodna chahega...agar koi rachna rah gayi hai to avashya hi khojkar pahuchunga wahan tak..

Lekhram Yadav replied

Ok sir very nice I am agree with you

Sanjay Srivastva said

वाह, लाजवाब अभिव्यक्ति 👌

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित नमस्कार श्रीवास्तव जी।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन