फसल का नियम
डॉ. एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
जीवन का नियम, फसल जैसा,
जो बोओगे, काटोगे वैसा।
गुणों के बीज अगर बोओगे,
प्रेम, सम्मान की फसल काटोगे।
खुशियों के फूल खिल उठेंगे,
जीवन में रंग भर देंगे।
संतुष्टि की धूप मिलेगी तुम्हें,
हर सुबह एक नई उमंग ले आएगी।
चारों ओर हरियाली छाएगी,
दुनिया तुम्हारी शान गाएगी।
अंधेरे में भी रोशनी पाओगे,
सही राह पर बढ़ते जाओगे।
पर यदि गुनाहों के बीज डाले,
कांटेदार फसल ही उगाले।
कड़वाहट से भर जाएगा मन,
हर पल रहेगा अशांत ये तन।
दुख और पछतावा साथ चलेगा,
शांति कहीं ना तुम्हें मिलेगा।
ये प्रकृति का अटल सिद्धांत है,
हर कर्म का निश्चित परिणाम है।