New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

ऐतबार आ गया

नजर झुकाकर मिला ऐतबार आ गया।
सिलसिला कायम रहा करार आ गया।।

हिम्मत कमजोर पर कोशिश जारी रही।
कुछ समय के बाद उसे प्यार आ गया।।

गैरो की बातो का असर जब नही हुआ।
सबके सामने मेरा नाम लब पर आ गया।।

इसी दिन का इंतजार जाने कब से रहा।
एक होते ही 'उपदेश' अधिकार आ गया।।

- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Lekhram Yadav said

गजल पढ़कर हमें खुमार आ गया यूं कमेंट करने का विचार आ गया बहुत खूब उपदेश जी। बहुत सुन्दर रचना, सुप्रभात सहित नमस्कार।

Updesh Kumar Shakyawar said

बडे दिन बाद कोई कमेंट आया, शुक्र है कविराज को ख्याल आया। धन्यवाद लेखराम जी 🙏🏻🙏🏻

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Uttam rachna padhkar bahut achha laga bahut jyada achhi rhyming ke sath sath sundar shabdon ka chayan Pranam Sir 🙏🙏

Updesh Kumar Shakyawar said

शब्दो की लडिया याद कर रही जिसे । खुश्बू लेते हुए आया उनका प्यार फिर से । धन्यवाद अशोक जी 🙏🏻🙏🏻

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन