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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

डूब गई पानी में

कापीराइट गीत

गुड़गांव शहर का सैक्टर 57 जो शहर का सबसे पोश इलाका है उसमें बारिश का पानी सड़क पर ही नहीं घरों में घुस गया और करोड़ों की महंगी कारें तो डूबी ही घरों की दीवारें भी हिलने लगी हैं।
आज की रचना इसी विषय पर पेश है -

हालत हो गई खस्ता मेरे शहर के रोड़ों की
अब डूब गई पानी में मेरी कार करोड़ों की

हल्की बरसात में भी पानी घर में घुस आया
ड्रेन कागजों में साफ हुई इस साल करोड़ों की

गर हो जाती ड्रेन साफ बारिश के आने पर
ना बाड़ खेत को खाती हर बार करोड़ों की

मिले हुए हैं आपस में ऊपर से नीचे सारे
खा गए रिश्वत अधिकारी इस साल करोड़ों की

कई बार हुई है वायरल खबर मेरे शहर की
गूंजती है दुनियां भर में ये आवाज करोड़ों की

जब बारिश हुई शहर में झील बन गई सड़कें
अब डूबेंगी बस इस में हर साल करोड़ों की

आंख मूंद सोया प्रशासन यादव कौन जगाए
फेल हो गई मेरी कोशिश हर बार करोड़ों की

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

कमलकांत घिरी said

बहुत ही मार्मिक दृश्य प्रस्तुत किए सर जी, सच में प्रशासन की गलतियों का हर्जाना हमेशा आम जनता को ही भुगतना पड़ता है, बहुत अच्छे विषय पर लेख लिखा आपने इसके लिए धन्यवाद आपका🙏।।प्रणाम स्वीकार करें।।🙏🙏

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात कमलकांत भाई इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद।

रीना कुमारी प्रजापत said

😞😞😞

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित सुप्रभात मेरी प्यारी बहना।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Ek bahut hi dukhad ghatna par aapne bahut sundar Geet likha hai isme bhi Sangeet samahit hai, haa yeh vyatha jas ki tas rah jaati hai ki har baar Gurgaon shahar m jara si baarish par paani baad ki tarah umdta hai aur prashasan chupchap dekhta rahta hai, aapne to bahut koshish ki h Yadav sir awaj uthaane ki beshak prashashan aaj bhi so Raha ho, aapke inhi kadmo par ki kisi bhi situation par geet ghazal Sangeet se bharpoor aap likh lete hain ek din duniya chalne ko bekrar hojayegi aapke geeton aur ghazlon ko is kadar yaad Kiya jayega us din aap bhi dekhenge ki prashashan ko sunani pad rahi hai. Pranam Yadav Sir🙏🙏

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित सुप्रभात सर। आपकी प्रतिक्रिया ने मुझे विचलित कर दिया है। मैं क्या करूं ये मुझे समझ नहीं आता, मगर मैं उन घटनाओं से भी अछूता नहीं रह पाता जो मुझे प्रभावित करती हैं। मैं जो कुछ देखता और महसूस करता हूं मेरी कलम भी उसी रास्ते पर चल पड़ती है, ये भी मेरी तरह आवारा हो गई है। इतनी विस्तृत और भावुक कर देने वाली प्रतिक्रिया के लिए आपका आभार प्रकट करते हुए आपको हार्दिक प्रणाम।

Shyam Kumar said

Sach kha..sarkar satta jinke hath m hoti h bahi hath pr hath rakhe bethe rhte hain. Or bas agli br krenge kh kr pagal bnate rhte hain saalo se. Bhut achaa likha aapne

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित नमस्कार श्याम कुमार जी। आपने समझ लिया मेरे लिए इतना ही काफी है।

Arpita pandey said

बड़ी खूबसूरती से आपने जल भराव की समस्या को उजागर किया है सादर नमन

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित नमस्कार अर्पिता जी।

वन्दना सूद said

बहुत सही लिखा sir गुड़गांव से गुरुग्राम कर दिया पर थोड़ी बारिश भी बाढ़ जैसी न लगनी बंद हुई 😂

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद वन्दना जी।

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

काश, नेताओं की गाड़ियां डूब जातीं करोड़ों की, शायद तभी समझ आतीं बातें करोड़ों की।

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद सर जी।

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