कापीराइट गीत
गुड़गांव शहर का सैक्टर 57 जो शहर का सबसे पोश इलाका है उसमें बारिश का पानी सड़क पर ही नहीं घरों में घुस गया और करोड़ों की महंगी कारें तो डूबी ही घरों की दीवारें भी हिलने लगी हैं।
आज की रचना इसी विषय पर पेश है -
हालत हो गई खस्ता मेरे शहर के रोड़ों की
अब डूब गई पानी में मेरी कार करोड़ों की
हल्की बरसात में भी पानी घर में घुस आया
ड्रेन कागजों में साफ हुई इस साल करोड़ों की
गर हो जाती ड्रेन साफ बारिश के आने पर
ना बाड़ खेत को खाती हर बार करोड़ों की
मिले हुए हैं आपस में ऊपर से नीचे सारे
खा गए रिश्वत अधिकारी इस साल करोड़ों की
कई बार हुई है वायरल खबर मेरे शहर की
गूंजती है दुनियां भर में ये आवाज करोड़ों की
जब बारिश हुई शहर में झील बन गई सड़कें
अब डूबेंगी बस इस में हर साल करोड़ों की
आंख मूंद सोया प्रशासन यादव कौन जगाए
फेल हो गई मेरी कोशिश हर बार करोड़ों की
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है