ख़्वाहिश है मेरी तुमसे मिलने की,
तुम मुझसे मिलने आओगे क्या ?
ख़्वाहिश है तुम साथ रहो हमेशा मेरे,
तो तुम भी अपनी ज़िंदगी मेरे साथ
बीताओगे क्या ?
ख़्वाहिश है मेरी कि तुम मेरी हर ख़्वाहिश
पूरी करो,
तो तुम मेरी ख़्वाहिशें पूरी करोगे क्या ?
ख़्वाहिश है कि तुम
मेरे हर दर्द में मेरे साथ खड़े रहो,
तो तुम मेरी ख़्वाहिशों को अपनाओगे क्या ?
ख़्वाहिश है मेरी पूरी दुनिया घूमने की,
तुम मुझे दुनिया घुमाओगे क्या ?
ख़्वाहिश है इस जहां का हर नज़ारा देखने की,
तुम मुझे वो नज़ारा दिखाओगे क्या ?
✍️ रीना कुमारी प्रजापत ✍️