दिल की भूख निवाले से नही मिटती।
आओ करीब बैठो ये रात नही कटती।।
जलने वाले पहले रहे आगे भी रहेंगे।
तुम्हारी सोच पागल उससे नही पटती।।
मौका चाहिए गम से आजादी के लिए।
दिवानगी हो अगर माथा नही पीटती।।
चेहरा हँस पड़ेगा जानकर हैरानी होगी।
चाँद तारे देख लेंगे मस्ती नही मिटती।।
जीने का मजा आने की वज़ह 'उपदेश'।
खुशी के समुन्दर से नदिया नही घटती।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद