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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

दिल के रिश्तों की तौहीन

माना कि उनसे ग़लती हो गई थी,
पर उन्होंने वो ग़लती जानबूझकर तो नहीं की थी।
जो भी हुआ था अनजाने में हुआ था,
जिसके लिए दुनियां उन्हें ताने कस रही थी।

उनकी एक ग़लती जिस पर उन्होंने कई दफ़ा
मांगी माफ़ी,
फिर भी नहीं ख़त्म हुई लोगों की नाराज़ी।
जिनको बातों का मतलब पता नहीं
वो भी हो गए उनके ख़िलाफ़, क्योंकि हुड़दंग मचाने में ही होते हैं लोग राज़ी।

आज मैंने उनकी थोड़ी तारीफ़ क्या कर दी,
बिना लफ़्ज़ों को पहचाने किसी ने हमारे
पवित्र रिश्ते को एक बहुत बड़ी गाली दे दी।
देखा भी नहीं, समझा भी नहीं,
और उस नादान ने दिल के रिश्तों की तौहीन कर दी।

अब जज़्बातों का, पवित्र रिश्तों का
होने लगा बुरा हश्र, अब ये नादान लोग बिना रिश्तों को पहचाने
चढ़ा देते हैं सूली पर।
आज नींद ना आई रात भर मुझे
यही सोचते हुए कि,
अब नहीं रही नादान लोगों की नज़र में
जज़्बातों और दिल के रिश्तों की कद्र।

क्या - क्या ना दिया उन्होंने हमको
ये मुझे बताने की ज़रूरत नहीं, उन्होंने तो की फ़क़त एक ग़लती।
आओ कभी उनकी राह में ,
हर लफ़्ज़ में दोहराओगे तुम ग़लती।

जब उस नादान ने की जज़्बातों की तौहीन,
तो दिल में तूफ़ान उठ आया है।
रूह काॅंप उठी ,
और दिल बग़ावत पर उतर आया है ।

"""""""""रीना कुमारी प्रजापत 🥀🥀








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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (12)

+

Amit Shrivastav said

रूह काॅंप उठी , और दिल बग़ावत पर उतर आया है, बहुत सुन्दर शैली उत्तम रचना रीना जी

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत शुक्रिया जी🙏प्रणाम

श्रेयसी said

बहुत मार्मिक रचना 😌😌

रीना कुमारी प्रजापत replied

Ji shukriya ye haqiqat hai kabhi milenge to batayenge..

Ankush Gupta said

शानदार रचना 🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Shukriya ji

डॉ बीएल सैनी said

बेहतरीन प्रस्तुति 👏👏

ANIL KUMAR SHARMA said

बहुत खूब लिखा शानदार

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

अति मार्मिक चित्रण। वाह क्या बात है।

डाॅ पल्लवी "गुंजन" said

बेहतरीन पंक्तियाँ शानदार एवं मार्मिक रचना

Supriya sahu said

बहुत खूबसूरत रचना दीदी 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

शिवचरण दास said

बहुत खूब

Vineet Garg said

बेहतरीन प्रस्तुति 👏👏

फ़िज़ा said

Reena ji ko Pustak Prakashan ke liye bahut bahut mubarakwaad, aapki rachna hamesha ki tarah sundarta se paripurn aur lazwaab hai

देवांशी पटेल said

बहुत खूब लिखा शानदार

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