कुछ खून के प्यासे दरिंदों ने
खुशियों में आग लगा दी है
वो था सिन्दूर मांग का जिसकी
लाश कातिलों ने गिरा दी है
आतंक फैला हासिल क्या हुआ
क्यों वादियां खून से नहला दी है
जन्नत थी कभी, ये खूबसूरत ज़मीं
दोज़ख से बदतर बना दी है
पहलगाम आतंकी हमले में
जान गंवाने वालो को श्रद्धांजली 🙏