शून्य के बीच एक शब्द में, अज्ञात रंगों में,
प्रकाश के साये में सृष्टि की कहानी छिपी है।
कौन पहचान पाएगा इस अदृश्य सीमा को,
सृष्टि की बीच में माया की अद्भुत कथा बसी है।
भूतकाल की यादें जैसे वर्तमान में मिली हो,
समय के हाथों में प्रेम की धुन मिलेगी।
आसमान की चाँदनी कानों में गूंज रही है,
सपनों की कहानी जो कभी पूरी होगी।
बादलों के साये में बारिश की धुन बज रही है,
पृथ्वी के रूपक किताब में बंधन महसूस हो रहा है।
सूर्य की क्या गुण, हवा से पूछता है,
जीवन का रहस्य किसी के दिल के पास है।
प्रेम के रंग में दिल मिलाकर,
सृष्टि की सभी कहानियाँ एक भाषा में होंगी।
प्रकाश के पास आएगा अंधेरे की रात,
प्रेम के अनुभव में सृष्टि की ध्वनि रहेगी।
आसमान के तारे इस हवा के पथिक बन जाएंगे,
प्रेम के मार्ग पर सृष्टि के निवास में चलेंगे।
- अशोक कुमार पचौरी