गल मेरे नैना दी तू समझ ले।
है इनमे कितना प्यार
आपे ही बुझ ले।।
ये तो दीवानी है ,
तेरे दीदार की।
आस भी लगी है,
तेरे ही किरदार की।।
ना रख बेरुखी , देख इधर
कर दे निहाल।
नही जीना तेरे बिना
हाल होते जाते है बेहाल।।
इसलिए
गल मेरे नैना दी तू समझ ले।
है इनमे कितना प्यार
आपे ही बुझ ले।।
कह रहे है ये तो कब से।
पर है अनजान तू ही जाने कब से।।
ना कर अब कोई नादानी।
कह दे दिल का हाल,
बन जा दीवानी।।
सुन ले अब इन नैनों की पुकार।
पकड़ ले हाथ , भर हुंकार।।