बेसिर पैर की बातें ज्यादा करते हैं लोग
कमी सभी में खुद बतलाते हैं कुछ लोग
सिर्फ बुराई करते हैं अपने ही यारों की
जिगरी यारों को खो जाते हैं कुछ लोग
कभी कभी मौसम ऐसा भी आ जाता है
चैन नहीं घर या बाहर पाते हैं कुछ लोग
दुनिया भर के खूब सताए मजलूमों को
और ज्यादा आँख दिखाते हैं कुछ लोग
दास अगर ऐसा ही दम दिखलाना है तो
सीमापे लड़ने क्यों ना जाते हैं कुछ लोग II