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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

ख्वाब उनका आ गया

कापीराइट गीत- ख्वाब उनका आ गया

नींद में कल रात मुझको
ख्वाब उन का आ गया
लगने कुछ ऐसा लगा
मीत मन का आ गया

यूं हर तरफ होने लगी
प्यार की बरसात जैसे
खिल रहे थे चांद तारे
और अन्धेरी रात जैसे
हो गया मौसम जवां
खिल गई दिल की कली
प्यार से महकी हुई थी
प्यार की हर इक गली
यूं प्यार की खुशबू से वो
आज फिर महका गया
लगने कुछ.................

फिर कली इक रात की
अब बन गई दुल्हन नई
प्यार से देखा जो उसको
वो बन गई उलझन नई
फिर ना पूछो हाल मेरा
क्या हुआ उस रात में
खो गई खुशियां सभी
जो मिली थी रात में
करके एक मजाक वो
आज फिर बहका गया
लगने कुछ................

मैं सोचता हूं रात दिन
कब मिलन होगा हमारा
सामने जब आएंगे वो
हाल क्या होगा हमारा
कह रही हैं सांस मेरी
हम मिलेंगे एक दिन
प्यार से गलियां सजेंगी
यूं एक होंगे रात दिन
प्यार की मीठी झलक
आज फिर दिखला गया
लगने कुछ.................

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

रमेश चंद्र said

बहुत प्यारा गीत

Lekhram Yadav replied

नमस्कार रमेश जी आपको गीत अच्छा लगा मुझे खुशी की असीम अनुभूति हुई। आपका कोटि कोटि धन्यवाद।

Bhushan Saahu said

Waah lekhram ji...aap pr màa sarswati ki asim anukampa ha.

Lekhram Yadav replied

भूषण साहू जी आपका बहुत-बहुत शुक्रिया और धन्यवाद।

Vineet Garg said

Waah... Behtarin rhythm. 👏👏

Lekhram Yadav replied

😇😇😇 आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए बहुत ही अर्थपूर्ण है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में भी मुझे आपका प्यार और सहयोग मिलता रहेगा। धन्यवाद।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut adhbhut nihshabd Yadav sir iske liye koi shabd paryapt nahi hain..

Lekhram Yadav replied

सर आपका यह प्रोत्साहन मेरे लिए पर्याप्त है। बस आपकी कृपा दृष्टि बनी रहे।आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

वन्दना सूद said

बहुत ही सुन्दर गीत 👏👏🙌🏻🙌🏻

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात वन्दना जी आपकी प्रतिक्रिया ने मुझे काफी प्रभावित किया, आपको हार्दिक प्रणाम।

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