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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

वक्त का अनमोल नगीना

वक्त का अनमोल नगीना
चाहतें बेअसर हो गईं,
जब चाहतें बेशुमार हो गईं।
वक्त ने दिया एक अनमोल नगीना,
जिसे हाथों में लेते ही
सारा जीवन उसके नाम कर दिया,
अपना सुख दुख सब उसके हवाले कर दिया।

फिर वक्त ने एक सौदा किया,
और बदले में तुमसे सब कुछ छीन लिया।
ना आँखों में आँसू बचे,ना चेहरे पर मुस्कान
ना अपनों का साथ रहा,
ना अनजानों को अपना बना पाया।
पर तुमने खामोशी से यह सब स्वीकार किया।

तो फिर आज क्यों
वक्त की मार से डरते हो?
जीवन की यातनाओं से घबराते हो?
उसके चेहरे को देख,अपने लिए
सारी चाहतें क्यों खत्म नहीं कर देते हो?
क्यों?जताते हो वक्त को
क्यों?चाहते हो वक्त से कि मेरे अनमोल नगीने का मोल फिर से आँक दो.
वन्दना सूद


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

सुप्रिया साहू said

बहुत सुंदर रचना मैम 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

वन्दना सूद replied

🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह वन्दना जी एक खूबसूरत कड़क भावपूर्ण संदेश भरी हृदयस्पर्शी कविता।👌🌹🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

बहुत ख़ूब!

वन्दना सूद replied

🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

बहुत ख़ूब! आपकी रचना के बारे में क्या कहा जाए! हमेशा दिलकश और बेहतरीन ही होता है! 👌👌👏👏

वन्दना सूद replied

आपका नज़रिया है sir
पर हम जानते हैं हम कहीं नहीं ठहरते

सरिता पाठक said

बहुत सुन्दर, बहुत मार्मिक, ह्रदय स्पर्शी रचना, वंदना जी को सादर प्रणाम 🙏👌

वन्दना सूद replied

आपको भी सादर प्रणाम 🙏🙏😊

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