पुरानी बातें अन्दर से बाहर निकाले किससे।
यही सोचकर मन प्रफुल्लित हो रहा जिससे।।
मोहब्बत की कहानी में प्यासी चाहत छिपी।
मजबूर करती उबासी और गजब के किस्से।।
आसानी से विचार मिले हैसियत एक जैसी।
मुलाकात दुबारा होने को बरकरार फिर से।।
उम्र के इस पडाव पर जड़ी-बूटी से कम नही।
खाने को मिलेगी 'उपदेश' वही दवाई फिर से।।