एक बंदर घर पर आया
इधर उधर उछल कूद मचाया
रसोई में रखा फल फूल खाया
भूखा पेट उस का भर कर आया
उसी बखत उसने नजर दौड़ाया
दूसरे घर पर छलांग लगाया
हरकत उसकी बहुत भाया
ईश्वर ने उसे क्या खूब बनाया
ईश्वर ने उसे क्या खूब बनाया.......
----नेत्र प्रसाद गौतम