कारवां-ऐ-जिंदगी किस गमे फ़िराक़ में है?
वो जलन इस आग मैं कहां?
जो जलन इस राख में है
कारवां-ऐ-जिंदगी किस गमे फ़िराक़ में है?
जिंदगी का कारवां
ऐसे चला ऐसे बढ़ा
पत्ते गिरे जमीन पर
सूखी हुई कोई साख है
वो जलन इस आग में कहां?
जो जलन इस राख में है
कुछ नशा था प्यार का
कुछ गमे दिलदार का
बेवफाई यार ने की
किस हालत में है?
वो जलन इस आग में कहां?
जो जलन इस राख में है
चार लम्हे थे रुके वो
पांचवे में चले गए
सात जन्मों का साथ था
हमको उनकी तलाश है
वो जलन इस आग में कहां?
जो जलन इस राख में है
चांदनी सी रात का
चेहरा था जिनका याद है
दो पल की तो बात थी
और दो पल की ही बात है
वो जलन इस आग में कहां?
जो जलन इस राख में है
कारवां-ऐ-जिंदगी किस गमे फ़िराक़ में है?
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