लड़के मिलकर खेल रहे पकड़ा पकड़ी।
मैं खडी देखती मन ऊपर से लगी जुड़ी।।
सोचूं दौड़कर खेत पार करने की इच्छा।
अन्तर्ध्यान हो गई चौखट से लगी खड़ी।।
बादल आये और गये फिर घूमकर आये।
पलभर में 'उपदेश' बारिश की लगी झड़ी।।
बाढ़ग्रस्त हो गये इलाके दूर-दूूर तक पानी।
गेंदबाज की गेंद लगी आँखें ढूँढ रही खाड़ी।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद