होगा हिन्दुस्तानी तो
देख रंगों की बारिस
घर से दौड़ आयेगा
भीगने की खातिर
होगा हिन्दुस्तानी
तो डूबेगा रंगों की
लहरों में , उड़ेगा
रंगों में मिल कर
होगा हिन्दुस्तानी
तो प्रेम के रंग में
डूबकर झूमेगा
प्रेम सा खिलेगा
होगा हिन्दुस्तानी
तो फिर हर रंग
में रंगेगा, हर रंग
में उसी का रंग
दिखेगा
होगा हिन्दुस्तानी
तो उसका रंग
प्रेम होगा, उसके
उर दया रंग होगा
होगा हिदुस्तानी
तो जीवन के हर
रंग से, हर ढंग से
लगाव होगा