कापीराइट गजल
अगर होता न दिल
हम, तन्हा न होते, अगर होता न दिल
तेरी, यादों में इस तरह, खोता न दिल
वजह है यही जग में हरेक फसाद की
ये फसाद कहां होते, गर होता न दिल
इस, दिल ने, मचाया है, कोहराम यहां
रोता न कोई ऐसे, खता करता न दिल
दिल के ही कारण, यह प्यार जिन्दा है
यूं इबादत किसी की ये करता न दिल
दिल से ही दुनियां दीवानी है प्यार की
वरना यूं ही किसी पे, ये आता न दिल
इन सब ने किया है, ये सौदा दिल का
वरना हो कर बेफिक्र ये सोता न दिल
दिल, से चल रही है, यह दुनियां सारी
बिन इसके यादव प्यार करता न दिल
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




