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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

आत्मिक मिलन

पहाड़ों की गोद में पली, बढ़ी थी मैं
फूलों की चादर ओढ़ कर खड़ी थी मैं।

राह में तेरी पलकें बिछाए,
तेरे इंतज़ार में खड़ी थी मैं।

उम्मीद थी मुझे,
पूरा विश्वास था मुझे —
तुम आओगे, तुम ज़रूर आओगे।

रोक नहीं पाएंगी तुम्हें ज़माने की ज़ंजीरें,
मिला ही देंगी हमें हाथ की लकीरें।

तय कर लोगे तब तुम
अपने और मेरे बीच की दूरी,
तब नहीं होगी हमारी कोई मजबूरी।

तब मैं दरवाज़े पर —
हाथ में जयमाल और आरती का थाल लेकर
खड़ी मिलूंगी तुम्हें।

तब हम मिलेंगे सदा के लिए,
हमारा मिलन आत्मिक होगा —
युगों-युगों तक होगा।

— सरिता पाठक




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह!! प्रेम की पवित्रता का सुंदर चित्रांकन 👌🌻
शब्दों का सुंदर संयोजन। युगों युगों तक अटूट बंधन को बनाये रखने का कोमल मनोभाव। पवित्र बंधन के निर्मलता को एहसासों में पिरोयी है सरिता बहन। बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण रचना।👌🌻🙏🙏🙏

सरिता पाठक replied

भईया जी को बहुत बहुत धन्यवाद और ह्रदय से सादर प्रणाम 🙏🙏👏👏

शिवचरण दास said

पहाड़ों से निकली प्रेम सरिता देखो सजी है फूलों से
जयमाल हाथ में पाठक मिलन की चाह है युगों से.

सरिता पाठक replied

आदरणीय सर जी आप सरिता को यहीं आशीर्वाद सदा देते रहिए कि उसे अपने पाठक जी से मिलने की चाह अंतिम सांस तक इसी तरह बनी रहे आपको ह्रदय से ससम्मान प्रणाम 🙏🙏

पवन कुमार "क्षितिज" said

आपकी प्रेमाभिव्यक्ति और साफगोई ने मिलकर एक पूर्ण प्रेम कविता को गढ़ा है..अद्भुत, अविस्मरणीय

सरिता पाठक replied

धन्यवाद पवन जी, आदरणीय भईया जी को सादर नमन 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर रचना। 👌👌🙏🙏

सरिता पाठक replied

धन्यवाद यादव सर जी, आदरणीय सुभाष भईया जी को सादर नमस्कार 🙏🙏

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