मन एक दर्पण, एक एहसास,
मन उल्लास है, मन उपवास l
मन सपनों का एक जंगल है,
बीते जीवन का एक इतिहास l
मन मुजरिम है, मन है हाकिम,
मन में सजा है एक इजलास l
द्वेष, झूठ, जलन और रार,
ये सब मन का है कारावास l
मन में बसी है एक तस्वीर,
एक तूलिका और कैनवास l
क्षत विक्षत सपने को लेकर,
घायल मन, घायल विश्वास l
मन अपनाता शोक संताप,
मन में बसता है कल्पवास l
नव कल से भरा है उल्लास,
निज मन पर भारी संत्रास l
मन गाओ अब गीत नया,
छोड़ो मन का ये वनवास l