आंखों में नमी है, होंठों पर हंसी है
दर्द ने दिल की,तह में, दस्तक दी है
धड़कनों की धक-धक, तेज हो गई है
आंसुओ को आंखों से, सूखने की जल्दी है
राह में सांसों की, थोड़ी सी रूकावट है
हसरतों में दिखती, जैसे सर्दी है
स्पंदन गले की, हर पल बता रही है
शब्दों की गूंज तो, हलक में अटकी है
जिंदगी न जाने,कब इम्तिहान ले ले
हंसाती जिंदगी है, रूलाती जिंदगी है।
सर्वाधिकार अधीन है