आज मेरा दोस्त मुझे अलविदा कह रहा है,
आज वो मुझसे हमेशा के लिए दूर हो रहा है।
बड़े प्यार से लाई थी मैं उसे अपने घर में,
आज जब वो जा रहा है तो बड़ा दुःख हो रहा है।
हमारे घर आने वाले हर मेहमाॅं, हर इंसा के
ख़ुश - आमदीद में खड़ा रहता था वो,
उनके ख़ुश - आमदीद में चौखट पर अपनी जान
बिछा देता था वो।
मेरे इस दोस्त को देख मेरे घर आने वाला
हर मेहमाॅं, मेरे घर के सामने से गुज़रने वाला
हर इंसा बहुत खुश होता था,
आज जब वो जा रहा है तो पूछ रहे हैं ये सब लोग
कि क्यों जा रहा है वो ?
जैसे मुझसे इस घर की रौनक थी,
वैसे ही मेरे इस दोस्त से इस घर की सुंदरता थी।
वैसे उसका जाना भी वाज़िब था अब,
क्योंकि जो उसे इस घर लेकर आई थी अब
वो भी तो इस घर से जाने वाली थी।
💐 रीना कुमारी प्रजापत 💐
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




