तेरी याद
चाहती हूं मै भी तुझे
दिल से भुलाने के लिए
पर..याद आती है तेरी
तू आता है हर रोज
मुझे सताने के लिए ।
यह तो मौसम है बारिश का
बहुत अच्छा है
तुझे भीगाने के लिए।
अपनों से खूब खाए हैं धोखे हमने
राह जन आए है खुद
यह दिखाने के लिए ।
कोई पूछता ही नहीं हमसे
उदासी की वजह
हम तो उम्मीद से बैठे हैं
बताने के लिए ।
अगर होगी रब की मर्जी
तो मिलोगे हमे आप ही
हम और कोशिश नहीं करेंगे
आपको पाने के लिए।।
-तुलसी पटेल