त्रयोदशी की तिथि है प्यारी
शिव शंकर मेरे शंभू को।
आदि शक्ति आराध्या है
आराध्य वो है शक्ति को। 1️⃣
माता मेरी उमा शिवानी
प्यारी ममतामई गौरा है।
बनकर तारा माता जिसने
शिव बालक पाला-पोसा है। 2️⃣
त्रयोदशी की तिथि है पावन
रोग दोष ऋण रिपु को हरती।
जन्मों के पापों को नष्ट कर
जीवन में उजियारा करती। 3️⃣
चाहे जैसे भी संकट हो
व्रत प्रदोष कर के संकल्प।
12 मास की 24 तिथियां
पा लो शिव प्रयत्न अल्प। 4️⃣
मैंने पाया तुम भी पाओ
राग आलापों नमः शिवाय।
गुरु और गोविंद तुम्हें मिलेंगे
होंगे सदा ही शिवजी सहाय। 5️⃣
_______मनीषा सिंह