नशा है, वफ़ा है,जफा है,
जाने क्या क्या है
तुम्हारी नजर
खता है, फलसफा है, अदा है
पूरी मयकदा है
तुम्हारी नजर
गीत है, गजल है, कविता है
अजीब सा शिकवा है
तुम्हारी नजर
सागर है, लहर है, धारा है,
उफनता हुआ दरिया है
तुम्हारी नजर
शराब है, शबाब है, महताब है
खुशबू है, गुलाब है
तुम्हारी नजर
आफताब है, रूआब है,किताब है
अजीब सी ख्वाब है
तुम्हारी नजर
मोहब्बत है, शिकायत है, शरारत है
अजीब सी चाहत है
तुम्हारी नजर
इनायत है, इबादत है, जन्नत है
फ़साना ए उल्फत है
तुम्हारी नजर।
सर्वाधिकार अधीन है