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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

तुम्हारी नजर

नशा है, वफ़ा है,जफा है,
जाने क्या क्या है
तुम्हारी नजर
खता है, फलसफा है, अदा है
पूरी मयकदा है
तुम्हारी नजर

गीत है, गजल है, कविता है
अजीब सा शिकवा है
तुम्हारी नजर
सागर है, लहर है, धारा है,
उफनता हुआ दरिया है
तुम्हारी नजर

शराब है, शबाब है, महताब है
खुशबू है, गुलाब है
तुम्हारी नजर
आफताब है, रूआब है,किताब है
अजीब सी ख्वाब है
तुम्हारी नजर

मोहब्बत है, शिकायत है, शरारत है
अजीब सी चाहत है
तुम्हारी नजर
इनायत है, इबादत है, जन्नत है
फ़साना ए उल्फत है
तुम्हारी नजर।


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सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

इक़बाल सिंह “राशा“ said

समदिल जी
वाह!
आपकी पंक्तियाँ नज़र की गहराई को इतनी खूबसूरती से बयान करती हैं कि हर शब्द मानो मोहब्बत का आईना बन गया हो।

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

अजीब सी चाहत है तुम्हारी नज़र!
इनायत है इबादत है जन्नत है तुम्हारी नज़र!!
फ़साना-ए-उल्फ़त है तुम्हारी नज़र!!!
वाह! बहुत ख़ूब! निहायत ही उम्दा और ख़ूबसूरत रचना! लाजवाब! बे-मिसाल! 👌👌👏👏

सुप्रिया साहू said

उनकी नजरों का बहुत ही सुंदर वर्णन किया है आपने, बहुत सुंदर रचना सर 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर रचना। एक रचनाकार की विशेषता यही है कि वह सामान्य से परे विशिष्ट को देख, अपने भावों से शब्दगत कर सुंदर रीति से चित्रित कर दे। 👌👌🙏🙏

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