२० जून से २० जुलाई तक की श्रेष्ठतम रचनायें एवं उनके रचनाकार
श्रंखलाओं में देरी के लिए क्षमा प्रार्थी हैं दिशानिर्देश और ज्ञान के अभाव में श्रंखलाएं पाठकों तक पहुंचने में वंचित थी - श्रंखलाओं का सिलसिला जारी रहेगा इसी के साथ प्रस्तुत हैं २० जून से २० जुलाई तक की श्रेष्ठ्तम ३० रचनायें जिनको सभी पाठकों ने अपना प्यार दिया
01. मंजिल बन जाती है - लेख राम यादव
02. अपने वतन हिनदुस्ताँ के लिए- ताज़ मोहम्मद
03. नौकरी की तलाश में - कमल कांत घिरी
04. जीवन की परिभाषा - अर्पिता पांडे
05. योग का दिव्य मधुबन - प्रभाकर
06. भीरू नहीं ,वीर हूं - Sunny Kumar Kabira
07. किताबों से संस्कार - डॉ. कंचन जैन "स्वर्णा"
08. मेरी कविताओं को भूल मत जाना- रीना कुमारी प्रजापत
09. यल्गार होना चाहिए - विजय प्रकाश श्रीवास्तव
10. आईना वही रहता है- धर्मनाथ चौबे मधुकर
11. जिंदगी का सफ़र - गज़ल - राशिका
12. बाल कविता - सुरक्षा कवच - नेत्र प्रसाद गौतम
13. तंत्र है सरकार या षड्यंत्र है सरकार - फ़िजा
14. भ्रष्टाचार के रेंगते कीड़े - डॉ. एच.सी. विपिन कुमार जैन "विख्यात"
15. वक्त का लेनदेन - वन्दना सूद
16. प्रेम ही सत्य है -उत्कर्ष कश्यप
17. फ़ासलों से बस -डॉ. फौजिया नसीम शाद
18. फेंक जहां तक भाला जाए- Sujeet Anand
19. पानी के बिना कुछ भी नहीं- Vadigi Aruna
20. थकने लगे हैं मेरे पाँव- विजय प्रकाश श्रीवास्तव
21. Tera Kiya Tujh Par- Adv. Shivani Jain byss
22. अंधविश्वास - अंधभक्ति राजेश कुमार कौशल
23. हैं एक सपना- रेखाचित्र- स्नेह धारा
24. फिसलते कदम - राजेश कुमार कौशल
25. उंगली पड़कर जिसने चलना सिखाया - Kanchan R
26. तुम ही कहो - विजय प्रकाश श्रीवास्तव
27. मोहब्बत-तेज प्रकाश पांडे
28 कुछ इस क़दर गिर चुका हूँ - राजू वर्मा
29. थकती चांदनी - Devender Kumar
30. सावन की रिमझिम - अनिल भारद्वाज एडवोकेट