कुछ अपना यूं मेरे पूरे जीवन में योगदान देती रही हैं वे मेरी मां हैं जो मेरे लिए सबकुछ अच्छा भला कर रही हैं ......
वो मेरी मां ही तो हैं ....
ये नही की आज राष्ट्रीय महिला दिवस हैं इसलिए इतना उनको बढ़ावा देता हूं ऐसा नही हैं वो मेरे लिए हमेशा से ही सर्वश्रेष्ठ थी, हैं और सर्वश्रेष्ठ रहेंगी .....
घर आने पर सबसे पहले मां को देखने किया तरसती आंखे , हर चीज के लिए मां से ही मांगे करना, और मां का मना न करना .....
कोन कहता हैं भगवान हर जगह नही हैं ....
में कहता हूं हर घर में भगवान हैं वो हैं "हमारी मां" हमारी पहली गुरु भी मां ही हैं,,
मां ने मुझे लिखा हैं ,, में मां के लिए क्या हैं लिखूं ,,,,,,,,,
पर आजकल बच्चे शादी के बाद अपने मां बाप को ही छोड़ देते हैं ,,,,,,
उन्होंने सिंह छोटे से बड़ा किया ,,,,,
उन्हें तुम छोड़ देते हो ,,,, तुम सबसे बड़े पापी ही ,,,,,,
अब क्या ही लिखी,,,,,
मेरे शब्दों को यहीं पर विराम देता हूं.............।
सभी को राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाए .......
Dev malviya ✍️

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




