हर खुशी खुशी नहीं होती
हर आशु खुशी की नहीं होती
खुश रहना खुशकिस्मती है
खुशी की किस्मत सभी की
नहीं होती।
हर गम गम नहीं होता
गम से जीवन कम नहीं होता
जो गमों में डूब गया
वह दिये की तरह बुझ गया
जो गम में भी खुशी ढूंढ ले
वह जीवन की रौशनी पा लिया।
अंधकार एक सोंच है
उजियारे और तरक्की के बीच
की पेंच है।
जो समझ गया वह वह पेंच
खोल लिया
जीवन में तरक्की पा लिया
जो ना समझा वह रोता रहा
तन्हाइयां रुसवाईयां अंधकार से
रिश्ता जोड़ गया।
खुशी गम उजाला अंधेरों के
चक्की में पीस गया।
जी है खुशी की मुरीद
वह जीवन का रेस जीत लिया।
हार निराशा हताशा सबसे पार पा लिया।
जीवन को संवार लिया
खुशी को वह पा लिया
खुशी को वह पा लिया...