खुद को चोट पहुंचा कर ll
तेरी खुशियों का दुआ मांगता हूं ll
कैसा है ये इश्क मेरा ll
तुझसे दूर होके भी तेरी सलामती का दुआ करता हूं ll
तुम्हें मेरा शायद ख्याल नहीं लेकिन,
तुम्हारा ख्याल मुझे आज भी हर पल सताती है ll
दूर हो तुम हमसे लेकिन मेरी जिंदगी की,
हर हिस्सा और कहानी में शामिल रहती हो तुम ll
तेरे लिए मेरा इश्क हमेशा खास रहेगा ll
तुम दूर होकर भी हमेशा मेरे पास रहोगी ll
इश्क हो तुम मेरी
रिंकी
शिवम् जी सहाय