हम भी मानते हैं
जिंदगी नहीं तेरे साथ, पर तुझमें ही खोई हुई है,
फुर्सत के पल नहीं होते, ये हम भी मानते है,
फिर भी हम तेरे साथ रहना चाहते हैं,
थोड़े नासमझ हैं, ये हम भी जानते हैं...।।
कुछ गलती हो जाए तो माफ करना,
थोड़े हम खुद समझेंगे, थोड़े आप समझना,
दिल की गहराइयों को हम नहीं मापते हैं,
थोड़े नासमझ हैं, ये हम भी जानते हैं...।।
– सुप्रिया साहू