जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ बांट रहे हैं नियम विरुद्ध सरकारी कार्य मुक्ति
शिवानी जैन एडवोकेट की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार पर इतने सख्त रवैया के बावजूद भी जिला अलीगढ़ में जिला विद्यालय निरीक्षक और सरकारी प्रधानाचार्य बना रहे हैं शिक्षा व्यवस्था का मजाक।
जिला विद्यालय निरीक्षक नियम विरुद्ध सरकारी कार्य मुक्ति के आदेश प्राइवेट एनजीओ के नाम पर करते हैं और सरकारी प्रधानाचार्य प्रवक्ता को एक ही दिन में दो-दो वेतन दिलवाते हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ स्वयं को जिला अलीगढ़ का मुखिया बताते हुए कर रहे हैं बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़। जबकि उत्तर प्रदेश शासन का सख्त आदेश है की शिक्षण कार्य के समय ना किया जाए कोई दूसरा कार्य मगर जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ सभी नियमों को ताक पर रखते हुए सरकारी इंटर कॉलेज के प्रवक्ताओं को कार्य मुक्त करके प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट गाइड के शिविर महाविद्यालय में करवाते हैं उन्हें मानदेय एवं अन्य खर्च भी दिलवाते हैं एक सरकारी वेतन भोगी इस तरह दो-दो वेतन पाता है।
यहां तक की मुख्यमंत्री पोर्टल पर , जिलाधिकारी अलीगढ़ को जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ लिखित में गलत आख्या प्रेषित करने में भी पीछे नहीं है।
यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। उत्तर प्रदेश का जिला विद्यालय निरीक्षक शासनादेश दिखाने में भी असमर्थ रहे की प्राइवेट एनजीओ के कार्य के लिए सरकारी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता प्रधानाचार्य को शिक्षण कार्य के समय कार्य मुक्त किया जाए।
जिला विद्यालय निरीक्षक अपने उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने से भी नहीं चूक रहे हैं। शहर विधायक द्वारा लिखित में निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया मगर जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ उसे भी हंसते-हंसते दबा गए।
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को ऐसे प्रकरण में तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए जिससे सरकारी राजस्व की हानि और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो। शिक्षण कार्य के समय बच्चों को राम भरोसे छोड़कर महाविद्यालय में सरकारी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रवक्ता अपने आय के स्रोत को बढ़ाने के लिए प्राइवेट एनजीओ के कार्य को करते हैं।

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